सोयाबीन की नई किस्म 1569. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. सोयाबीन की नई किस्म 1569

 
अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगीसोयाबीन की नई किस्म 1569  12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1

सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. सोयाबीन की खेती कैसे करें सम्पूर्ण जानकारी – भारत में भी यह खेती बड़े पैमाने पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है | यह फसल आमतौर पर 90- 100 दिन मे तैयार हो जाती है. खरीफ सीजन के लिए फसलों की बुवाई का समय आ रहा है, सोयाबीन ( Soyabean ) खरीफ फसलों ( Kharif Crops ) के लिए एक प्रमुख फसल है, इसकी खेती से किसानों को काफी कमाई (महाराष्ट्र के किसान ने खोजी सोयाबीन की नई किस्म!. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. जानिए सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, किस समय करें बुवाई और. Soyabean Farming: खरीफ फसलों की बुवाई का समय नजदीक आ रहा है. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. 0, 7. एमएसीएस 1407 किस्म सोयाबीन: आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. SI. 1569 सोयाबीन की किस्म। soyabean variety. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. सोयाबीन से बनने वाले मिसो , tempeh , natto आदि भी खमीरीकरण से ही तैयार किये जाते हैं। इसलिए ये पचने में आसान और फायदे मंद होते है। सोयाबीन का. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. . ए. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. 23 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: आसियान-भारत बाजरा महोत्सव 2023 इंडोनेशिया के. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. अरहर की नई किस्म आई – 50 मण की देगी पैदावार, किसानो की आय होगी दोगुनी . बुवाई के लिए सीड कम. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी पूसा बासमती 1692 धान की किस्म धान की फसल में शीथ ब्लाइट का प्रकोप, कैसे करें उपचार ; भारतीय. नई दिल्ली. Zillow has 50 photos of this $1,692,500 6 beds, 4 baths, 4,023 Square Feet single family home located at 1569 Arrow Rd, Victoria, BC V8N 1C8 built in. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: समस्या: गेहूं की बाली में काफी फफूंदी आ जाती है, इसकी रोकथाम कैसे करें? – समाधान : गेहूं की बाली काली पड़ने का कारण. सी. सोयाबीन की नई किस्में (New Soybean Varieties): देश के किसानों की हालत में सुधार, उनकी आय में वृद्धि के उद्देश्य से कृषि वैज्ञानिक आधुनिक तकनीक और फसलों की उन्नत. यूरिया dap खाद का इस्तमाल नहीं कर सकते. एम डी व्यास,डॉ. यह एक मध्य अवधि में पकने वाली किस्म है जो मात्र 94 दिनों में पक जाती है। इस किस्म का औसत उत्पादन 16. समझदार योजना: सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले, एक समझदार योजना बनाएं। इसमें किसानी के लिए उचित जमीन का चयन, उचित नस्ल के बीजों का. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. में सोयाबीन. काबुली चने की खेती : कम पानी में बंपर पैदावार के लिए लगाएं “पूसा जेजी 16” किस्म. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक. मी. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. मक्का. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. Soyabean New variety 2023 : इस समय किसान साथी खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच किसानों हेतु NRC की नई किस्म को मंजूरी दी गई है। ये सोयाबीनविगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. 80 से. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. एस. 1634 किस्म की विशेषताएं जानें. महाराष्ट्र. नई दिल्ली. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. सोयाबीन की उन्नत उत्पादन तकनीक, बुवाई के समय किये जाने वाले कार्य, मेढऩाली पद्धति से सोयाबीन की खेती, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण. एस. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. Chaina agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी. भारत में सोयाबीन की खेती (Soybean Farming) बड़े पैमाने पर की जाती है। लेकिन नई-नई किस्मों के आने के अब सोयाबीन की खेती मैदानी इलाकों में भी की जाने लगी है। जानें. एस. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. देश में तिलहन फसलों का. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. सोयाबीन की नई विकसित किस्म MACS (एमएसीएस) 1407. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. आर. सोयाबीन की नई किस्म विकसित की गई अब एक एकड़ में मिलेगा 39 क्विंटल उत्पादन।. सोयाबीन की कुछ विशेष प्रजातियाँ हैं, जैसे जे. . आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. सोयाबीन की पैदावार बढ़ाने के 5 उपाय, जानिए. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. आर. सोयाबीन की देर से बुआई के लिए कितना सोयाबीन बीज उपयोग करना चाहिए. . छत्तीसगढ़. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में. यूरिया dap खाद का इस्तमाल नहीं कर सकते. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. 23-2 डी. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. अवधि- 90- 95 दिन. हेडगेवारनई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. सोयाबीन में NPK 19, 19, 19 और इफको की सागरिका खाद, धनजाइम गोल्ड 30 ml प्रति 15 लिटर घोल/ एकड़ फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे अच्छा प्रमोटर माना गया. सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. सोयाबीन किस्म nrc 157 की विशेषताएँ . 193 views, 18 likes, 0 loves, 0 comments, 9 shares, Facebook Watch Videos from India Science TV Channel: "जन विज्ञान'’ के इस अंक में देखिये - अधिक उपज देने वाली सोयाबीन की नई किस्म विकसित, कोरोना. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. Soyabean Variety RVSM 1135 – आई. पूसा 362 चना की इस किस्म (Chana Variety) की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं एवं यह किस्म उत्तर भारत के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म के. सोयाबीन js2069टॉप किस्म उत्पादन रिकॉर्ड तोड़ देगी News. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. यह नई वेरायटी मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तर पूर्वी राज्यों की माटी के लिए. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. Kisan भाईयों ने विकसित की Brinjal की नई किस्म, अब देश विदेश में होगी अंधारवाड़ी के बैंगन की खेती : Kisan Bulletin : Grameen Newsबिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्म. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी – कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। जिसके अनुसार. सी. Phone: (0755) 4248100. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. देश में तिलहन फसलों का. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. मक्का. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. वहीं, ‘काशी पूर्वी’ की पैदावार भी पारंपरिक मटर के मुकाबले ज्यादा है. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने अपना 35 वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के शीर्षस्थ अधिकारी डॉ. com. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. चना जॉकी की किस्म की अच्छी अंकुरण क्षमता है एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर में की जा. Help Line- 6262166222. . आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. सीहोर. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. के. अनु. एस. सोयाबीन की टॉप 7 किस्म : जुलाई के पहले सप्ताह में करें बुआई, होगी बंपर पैदावार 03 July, 2023हरित क्रांति-कृषोन्‍नति योजना . 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. सोयाबीन की खेती (Soyabean ki kheti) लगभग सभी देशो मे की जाती हैं जैसे – जापान, भारत, चीन एवं ब्राजील आदि। विश्व का लगभग 60 प्रतिशत सोयाबीन का उत्पादन अमेरिका. 14 Press Complex, M. P. 9560 (js 9560) सोयाबीन किस्म जे. 20 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी, किसानों को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने की सलाह – किसानों को सुझाव है कि. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’ (macs 1407) चर्चा में क्यों?. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. रतलाम से बामुश्किल चालीस कोस दूर जनजाति बाहुल्य रावटी और बाजना गाँव। 6 साल पहले यहाँ की बंजर जमीन पर घास भी नहीं उगती थी। अब इसी जगह यहाँ आम के लगभग पचास. सोयाबीन की नई किस्म किसान 228 कहां से खरीदें ।कृपया बताए। धन्यवाद।मो 9993100807 RS. डॉ. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. सोयाबीन का दही बड़ा. महाराष्ट्र. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. इसका मतलब यह हुआ कि मटर की नई किस्म 20 दिन पहले ही तैयार हो जाएगी. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. . 5, 5. 335, डी. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. Share. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. तिल की नई किस्म कांके सफेद की विशेषता और लाभ. com. इस किस्म को बोने के लिए बीज की मात्रा 35-40 किलो बीज प्रति एकड़ होती है. ) अधिकतम रेट (रु. मानसून की. ए. सोयाबीन की खेती विभिन्न प्रकार की भूमियो मे की जा सकती है लेकिन हल्की मृदाए अच्छी समझी जाती है। दोमट, मटियार दोमट और अधिक उर्वरता. About Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Terms Press Copyright Contact us Creators Advertise Developers Termsमटर की आईपीएफडी 2014-2 (ipfd 2014-2) किस्म. A. वी. Website: रबी. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. बिरसा सोयाबीन-4 प्रभेद के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 से. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. >सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी।प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. 5 bathrooms. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. आंध्र प्रदेश. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. …सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. s 97-52) इस किस्म के फूल सफेद होते है तथा दाने पिले रंग के होते है। यह अधिक नमी वाली क्षेत्रों के लिए काफी सहनशील है इस किस्म की पकने की अवधि 110 दिनों. किसान सोयाबीन की खेती नकदी फसल के तौर पर करते हैं। सोयाबीन में सबसे अधिक रोग और कीटों का प्रकोप लगता है। खेत के खेत सूख जाते हैं। देश में सबसे अधिक. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन Soyabean New Varieties अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. एस. ikhedutputra ब्लॉग में आप सभी किशान भाईयो का तहे दिल से स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में भारत की बेस्ट 6 सोयाबीन की वैरायटी (Bharat Ki Top 6 Soybean Ki Varieties) के बारे में हम आज अधिक. सोयाबीन कृषि अनुसंधान इंदौर ने की सोयाबीन की नई NRC 150 एवं NRC 152 वैरायटी (Soyabean New NRC Varieties 2023) को विकसित किया है, जो सूखे में भी अच्छा उत्पादन देने की क्षमता रखती है. SI. मी. सोयाबीन बुवाई के लिए खेत की तैयारी. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. सोयाबीन की. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. 1042। इनमें से जे. पूसा मस्टर्ड-32 किस्म में इरुसिक एसिड की मात्रा बहुत कम है जिससे हृदय रोग का खतरा कम रहता है।. इसकी खेती से. सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. Improved variety of soybean 2022 देश में. भा. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. 1012, पी. सोयाबीन की इस किस्म (Soyabean New Variety) के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह. 5. कहना है कि बहुत से किसान औषधीय गुणों वाले धान की किस्म के. China agricultural research: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला देश चीन कृषि के क्षेत्र में लगातार नए नए प्रयोग कर रहा है। जिसकी कृषि प्रधान देश चीन की बड़ी आबादी. तक होती है, बीज आकार में लम्बे (अंडाकार) एवं रंग हल्का पीला. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. अगर आप भी खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको इस तिलहनी फसल के उस किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप ज्यादा से ज्यादा. Livesoyabean js 2098 Verity jankari #farming#kisan#js2098#agrifarming#indianfarmer#khetikisan#jaykisanकृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत आयोजित समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों (तिलहन) में सोयाबीन फसल की नवीन उन्नत किस्म. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. गेंहू HI-8737 (पूसा अनमोल) किस्म (Wheat HI-8737 Variety Detail) का दानागाजर की किस्म. किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। इस नई किस्म से अधिक उत्पादनVideo. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: लहसुन की उन्नत उत्पादन तकनीकी – लहसुन एक कन्द वाली मसाला फसल है। इसमें एलसिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण इसकी एक खास गंध एवं तीखा. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. भारत दुनिया के. प्रबंधन – रोग प्रतिरोधक किस्में इंदिरा सोया-9, डी. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. 35 acre lot with 3 bedrooms and 1 bathroom. एस. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. 1569 Granada Cres is a 2,174 square foot house on a 7,263 square foot lot with 3 bedrooms and 3. पौधों की दूरी 5 -7 सेमी एवं बुवाई की गहराई 2 -3 सेमी रखनी चाहिए. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. होम; वीडियोश्वेत क्रांति ने कमोबेश यही भूमिका दुग्ध उत्पादों के मामले में निभायी है। लेकिन, तिलहन के मामले में देश अभी भी अपनी आवश्यकता की पूर्ति से काफी पीछे है. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. सोयाबीन की एनआरसी प्रजाति की 6 किस्में (NRC soybean ki kismen) किसानों के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी इस किस्म के बारे में जानिए. जल्दी पकने वाली जीरा की नई किस्म सीजेडसी – 94 September 6, 2021 November 20,. 9560 (js 9560). सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. डार्क मोड. मध्य प्रदेश के किसानों के लिए अब एक और नई खुशखबरी जिससे इस वर्ष किसानों को जमकर फायदा मिलने वाला है मध्य प्रदेश की एनआरसी कि इन 3 वैरायटी (Soybean New variety 2023. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. एस. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. कृ. के. डॉ. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता रहा है। जबकि, अब तक इतिहास में काले गेंहू (Black Wheat. . शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. वर्ष 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार द्वारा हरित क्रांति-कृषोन्‍नति योजना (Green Revolution Krishonnati Yojana) की शुरुआत. . सीहोर नवदुनिया प्रतिनिधि किसान उन्नात फसल और ज्यादा पैदावार. कर्नाटक. एस. #shorts #trending #soyabean #shortmakka ki khetisoyabean ki khetisoyabean varietysoyabean ki kismmakka ki kheti kais. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. 27 सितम्बर 2023, नई दिल्ली: इस वर्ष सोयाबीन की नई फसल के आगमन में देरी होने की संभावना है: सोपा – सोयाबीन प्रोसेसर्स. भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट. Search for; Home; समाचार अपडेट. डॉ. सोयाबीन की फसल में कीट एवं खरपतवार का नियंत्रण-देश में कई राज्यों में खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती की जाती है। सोयाबीन की बुवाई. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. तिल की नई किस्म कांके सफेद 75-80 दिनों की अवधि की फसल है। इसकी उपज क्षमता 4-7 क्विंटल प्रति. जानिए सोयाबीन के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में । सोयाबीन में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सोयाबीन के मदद. सोयाबीन की इस किस्म की बात करें तो दानों का रंग पीला, फूलों का रंग सफेद और फली चपटी होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी अच्छा उत्पादन. ए. सोयाबीन में बीमारी-कीट का नियंत्रण. बैंगन की संकर किस्म PHBL-51 October 6, 2022 October 6, 2022. इससे किसानों की आय भी. जिसमें सोयाबीन की जगह 0, 2. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. Soyabean varieties 2023 में सबसे ज्यादा डिमांड की जाने वाली सोयाबीन की प्रमुख किस्में कौन सी है, क्या ज्यादा सर्च किया जा रहा है, जानें. यह कम से कम लॉजिंग-प्रोन है और जल्दी बुवाई के लिए सबसे उपयुक्त है. K(रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. 2. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्‌टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. सी. Improved variety of soybean 2022 देश में विकसित सोयाबीन की 10 नई किस्मों की खेतों में बुवाई करने से किसानों को मिलेगी अधिक पैदावार. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. हाई रिच सीड्स MD-S-9001 सोयाबीन की किस्म जिसकी बीजदर 23-25kg प्रति एकड़ होती इसमें डालियों का फूटाव अधिक होता है जिससे प्रति डाली फूल और फलियों की…डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) एक उपन्यास टिकाऊ बैक्टीरियल ब्लाइट प्रतिरोधी उच्च उपज देने वाले महीन दाने वाली चावल की किस्म है जिसमें चार. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. कृ. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. एच. प्रतापगढ़. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. आंध्र प्रदेश. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. हल्के तेलों की बढ़ती मांग के बावजूद बेपड़ता कारोबार के कारण बीते सप्ताह देश के प्रमुख तेल-तिलहन बाजारों में सोयाबीन, सरसों, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन. सोयाबीन बोने का सही समय चुनना. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ? सोयाबीन किस्म जे. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. , जबलपुर द्वारा विकसित. 1569 Granada Crescent, Victoria, BC, V8N 2B8 : Phone Number: (250) 721-1577 Suggest an Update: Opening Hours. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारत सोयाबीन की नवीन किस्म आर. dbw 222 (2020): इस ब्रेड गेहूं की किस्म को पंजाब राज्य में उप-पहाड़ी क्षेत्रों को छोड़कर खेती के लिए अनुशंसित किया गया है। इसके पौधे की औसत ऊँचाई 103 सेमी होती है. Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 84 लाख टन रह सकता है जबकि पिछले साल 109. प. . 20 करोड़. 335 सन 1994 में, जे. . कर्नाटक. तिलक राज शर्मा, उप. 10. 1. अवधि- 90- 95 दिन. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. सोयाबीन की प्रताप सोया-1 (आरएयूएस 5) किस्म. कई राज्यों में इसकी बड़े पैमाने पर की जाती है. 03 अगस्त 2023, भोपाल: 30-45 दिन की सोयाबीन फसल में न करें खरपतवार नाशकों का उपयोग – भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान- इंदौर द्वारा 31 जुलाई से 6 अगस्त 2023 की अवधि के. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. छत्तीसगढ़. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. सोयाबीन की इस किस्म के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह किस्म कम वर्षा होने पर भी. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. डॉ. सोयाबीन की बुवाई जून के प्रथम सप्ताह से शुरू हो जाती है। ऐसे में सोयाबीन की बंपर पैदावार लेने के लिए किसानों को इसकी उन्नत किस्में. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. 12 जुलाई 2022, सोयाबीन खेती की समस्याएं और समाधान – वर्तमान में सोयाबीन उत्पादन को सीमित करने वाली प्रमुख समस्यायें निम्न हैं : 1. के. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. मध्यप्रदेश में किसान 100 दिन के ऊपर की किस्मों को लगाना पसंद नहीं करते हैं. /क्विं. Monday: By appointment Tuesday: By appointment. देश/विदेश अपडेटवर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. 8 अगस्त 2022, सोयाबीन के प्रमुख रोग एवं उनका प्रबंधन – खरीफ ऋतु में उगाई जाने वाली सोयाबीन पर रोगव्याधि की. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारतसोयाबीन की नवीन किस्म आर. Nagar, Zone - 1, Bhopal - 462011 Madhya Pradesh INDIA. रसों की पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपयुक्त अधिक उपज देने वाली एंव कम अवधि में पक कर तैयार हो जाने वाली किस्में नीचे तालिका में दी गई हैं।Soybean Farming in Hindi – भारत और पूरी दुनिया में सोयाबीन की खेती (Soybean Ki Kheti) की जाती है। सोयाबीन की खेती का इतिहास (History of soybean cultivation) बहुत ही पुराना है। सबसे पहले सोयाबीन की. एस. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. #js 2117 सोयाबीन की नई वैरायटी सबसे अच्छा उत्पादन देने वाली वैरायटी कम बारिश. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. उत्तर मैदानी क्षेत्र में सोयाबीन की किस्में जैसे पूसा 12, एनआरसी 130 अच्छी किस्म मानी जाती हैं। जबकि मध्य भारत जिसमें मध्य प्रदेश भी आता है वहाँ के लिए. ब.